इस festival में भगवान् घर घर घूमकर प्रसाद खाते हैं | last में सारे gods को लेकर एक चुनेगाये स्तान पर बिठाया जाता है | वो जगह बहुत बड़ा होता है | जिसमे बुत सारे gods, बहुत सारे दूकान होता है | और जितने भी लोग इस त्यौहार को enjoy करने के लिए आते हैं वो भगवान् के दरसान के साथ साथ उनके मनचाह सामन खरीदकर खुसी खुसी घर लौट जाते हैं |
Comments
Post a Comment